मुझे आज भी अच्छे से याद है अपनी माँ को वो ख़ामोशी से मुस्कुरा देना मुझे आज भी अच्छे से याद है अपनी माँ को वो ख़ामोशी से मुस्कुरा देना
हर तूफ़ान को मोड़ती रही... मगर अब, बहुत थक गयी हूँ… आज फिर, बहुत याद आ रही हो… कहाँ ढूँढूँ तुम्हें… क... हर तूफ़ान को मोड़ती रही... मगर अब, बहुत थक गयी हूँ… आज फिर, बहुत याद आ रही हो… कह...
मनुजता के गहनों को हमने जो तोड़ा है, पल-पल मानवता सिसकियाँ ले रही है; रे मन ! आज फिर, मनुष्यता ख... मनुजता के गहनों को हमने जो तोड़ा है, पल-पल मानवता सिसकियाँ ले रही है; रे मन ...
एहसास हुआ मुझे कि वह सफेद रंग मिटाएगा इन्द्नधनुष जैसा रंग वही जिंदगी में फैलाएगा। एहसास हुआ मुझे कि वह सफेद रंग मिटाएगा इन्द्नधनुष जैसा रंग वही जिंदगी में फैलाएग...
प्रिय अब आ भी जाओ तुम विरह अग्नि बहुत सताती है! प्रिय अब आ भी जाओ तुम विरह अग्नि बहुत सताती है!
तेरी बेरुखी से दिल ये मेरा रोया है तेरी बेरुखी से दिल ये मेरा रोया है ! तेरी बेरुखी से दिल ये मेरा रोया है तेरी बेरुखी से दिल ये मेरा रोया है !